Pi network KYC - Live video

Pi Ad Network Vs Other Crypto Project, pi ad vs adEx, adShares, Brave Browser, Ton/Solana/XRP/Eth

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मित्रों, जैसा की आप जानते हैं, कंपनियां चीज वस्तुएं प्रोडक्ट बनाती है। कंपनियों को जरुरत होती है अपनी प्रोडक्ट या सर्विसिस लोगों को दिखाएं। उसके लिए न्यूज़ पेपर में एड्स, सडकों पर बड़े होडिंग बोर्ड्स पर एड्स और टेलीविज़न पर वीडियो के स्वरूप में विज्ञापन देती है। ये एक तरफ़ा तरीका है जिसमें युसर का इंटरेक्शन नहीं होता। देखने वाला क्लिक नहीं कर सकता, सिर्फ देख सकता है। कोई एप डाऊनलोड करवानी हो, उसमें अकॉउंट बनवाना हो, ऑनलाइन शॉपिंग करवानी हो, तो ये तरीके काम नहीं आते। उसके लिए इंटरनेट पर विज्ञापन देना जरुरी बन जाता है। 

अब तक के इंटरनेट में कंपनियों को विज्ञापन देना हो तो गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एक्स, यूट्यूब पर, कंपनियां अपनी प्रोडक्ट या सर्विसिस के बारे में, बैनर, मोबाईल एप और वेबसाइट की लिंक, या वीडियो एड्स देती है। इसके लिए पेमेंट रूपये या डॉलर जैसी फ़िएट करंसी में करती है। ये वेब 2.0 इंटरनेट है जिसमें गूगल, फेसबुक जैसी कंपनियों का एक सर्वर कोम्प्युटर होता है और लोग अपने मोबाईल या लैपटॉप से गूगल, फेसबुक देखते हैं।      इंटरनेट आगे बढ़ा, 

एडवान्स इंटरनेट की अगली पीढ़ी वेब3 में एक से ज्यादा अनेक सर्वर होते हैं, जिसको ब्लॉकचेन कहा जाता है। अब तक बहुत सारी ब्लॉकचेन बन चुकी है। जैसे की बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना, और पाई नेटवर्क। वेब३.0 इंटरनेट के ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत सारी चीजें बनती है। जैसे की दी एप्स, मेटावर्स, गेम्स, वेबसाइट और ब्राउज़र्स। अब वेब3 में, डिजिटल स्पेस में कंपनियों को विज्ञापन देना हो तो कैसे दे सकते हैं ? देखिए लोग अब गूगल, फेसबुक पर ही नहीं रहते। लोग अब इंटरनेट पर मेटावर्स में, गेम्स में, वेब३.0 की वेबसाइट में, और वेब३.0 के ब्राउजर में, ब्लॉकचेन इकोस्सिटम की ऐप में , क्रिप्टो को बाय सेल और स्वेप करने की एप में, और डिसेंट्रलाइज़्ड एक्स्चेंजिस पर ट्रेडिंग करने के लिए विजिट करते हैं। मतलब इंटरनेट पर वेब३.0 में पब्लिक तो होती है। और वहां भी उस पब्लिक को कम्पनियाँ एड्स दिखाना चाहती है। वो एड्स कैसे दिखाए ? कौनसा सॉफ्टवेर टूल है जो ये काम करता है। और पेमेंट के स्वरूप में क्या लेता है? तो भाई, ब्लॉकचेन पर बने हुए सॉफ्टवेर टूल होते है और पेमेंट क्रिप्टो करंसी में लेते है। उदाहरण के तौर पर पाई एड नेटवर्क। जो अपनी इकोसिस्टम की ऐपस में एड्स दिखाने के लिए पाई नाम की क्रिप्टो करंसी लेता है। इतना बैकग्राउंड क्लियर होने के बाद आइए आगे बढ़ते हैं। 

सबसे पहले बात करेंगे इथेरियम की। Ethereum एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ सारे डेवलपर्स ने अपने DApps बना कर रखे हैं। स्टेबलकोइन, NFT मार्केटप्लेस, DeFi और गेम्स जैसी ये कैटेगरिस हैं। ये ऐप्स स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स पर चलते हैं। लोग DApps का इस्तेमाल करके पैसे कमाने, ट्रेड करने, गेम खेलने या nft नॉन फंजीबल टोकन के स्वरूप में डिजिटल आर्ट खरीदने जैसे काम करते हैं। उदाहरण देखें तो : ट्रेडिंग और कन्वर्शन के लिए Uniswap नाम की एप इथेरियम ब्लॉकचेन पर बनी है। NFTs के स्वरूप में डिजिटल आर्ट बेचने के लिए OpenSea नाम की एप है। उधार देने के लिए Aave नाम की एप है। ये सिर्फ कुछ उदाहरण थे। ऐसे तो बहुत सारी अलग अलग उपयोगिता वाली डिसेंट्रलाइज़्ड ऐपस इथेरियम ब्लॉकचेन पर अलग अलग डेवेलपर्स द्वारा बनाई गई है। इससे डेवलपर्स को फायदा होता है। डेवलपर्स अपने ऐप्स बनाकर उससे फीस कमा सकते हैं जो ETH टोकन के स्वरूप में मिलती है। Ethereum का नेटवर्क उन्हें टूल्स और सपोर्ट देता है ताकि वो आसानी से ऐप्स बना सकें। इथेरियम की ब्लॉकचेन में जितने ज्यादा DApps बनते हैं, उतना ज्यादा लोग Ethereum यूज करते हैं। इससे ETH की डिमांड और वैल्यू बढ़ती है। Ethereum गैस फीस या कहो ट्रांजैक्शन फीस से पुरे नेटवर्क को सपोर्ट मिलता है। इस प्रकार DApps से पुरे प्रोजेक्ट को फायदा होता है। अभी Ethereum पाई से ज्यादा विकसित है और उसका मार्केट बहुत बड़ा है। Ethereum में कई प्रोजेक्ट्स है लेकिन कोई भी Pi Ad Network जैसा स्पेशियल सिस्टम नहीं है। Ethereum में कोई एक सेंट्रल "Ad Network" नहीं है जो Pi Network की तरह सबको जोड़े। इसके बजाय, अलग-अलग प्रोजेक्ट्स अपने तरीके से विज्ञापन का काम करते हैं। उदाहरण के लिए: AdEx Network: ये एक ऐसा डीऐप है जो Ethereum पर चलता है। इसका ERC-20 प्रोटोकॉल से बना हुआ ADX टोकन है। AdEx Network कंपनियों के विज्ञापन को यूजर्स तक पहुंचाता है, और यूजर्स को विज्ञापन देखने के लिए रिवॉर्ड मिलते हैं। ये थोड़ा Pi Ad Network जैसा है, लेकिन ये ज्यादा टेक्निकल है और ये सीधा Ethereum का हिस्सा नहीं है। ये अलग प्रोजेक्ट है जो फ़िएट करंसी में भी पेमेंट एक्सेप्ट करता है। ज्यादा डिटेल, उसकी वेबसाइट पर मिल जाएगी।  https://www.adex.network/adx-token/ 

मान लो तुम एक गेम खेल रहे हो जिसमें तुम कुछ सिक्के कमा सकते हो, और उस गेम में एक खास सुविधा है जिसे "Pi Ad Network" कहते हैं। ये सुविधा कुछ ऐसी है कि वो गेम में विज्ञापन देने वालों (जो प्रचार करना चाहते हैं) और डेवलपर्स (जो गेम या ऐप बनाते हैं) को उन खिलाड़ियों से जोड़ती है जो गेम खेल रहे हैं (जिन्हें Pi Network में "पायनियर्स" कहते हैं)। अब तुम सोच रहे हो कि क्या दूसरी ब्लॉकचेन (जैसे Ethereum, Solana, और TON) में भी ऐसी कोई सुविधा है?

Pi Ad Network क्या है?

Pi Network एक ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट है, और इसका "Pi Ad Network" एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो:

विज्ञापनदाताओं को पायनियर्स (यानी यूजर्स) तक अपने प्रचार पहुंचाने देता है।

डेवलपर्स को अपने ऐप्स या सर्विसेज को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद करता है।

पायनियर्स को विज्ञापन देखने या ऐप्स इस्तेमाल करने के लिए कुछ रिवॉर्ड (जैसे Pi कॉइन) मिल सकते हैं।

ये ऐसा है जैसे तुम्हारे गेम में कोई दुकान वाला तुम्हें कहे, "मेरी दुकान का प्रचार करो, और बदले में मैं तुम्हें कुछ सिक्के दूंगा।"

अब देखते हैं कि Ethereum, Solana, और TON ब्लॉकचेन में ऐसी कोई सुविधा है या नहीं।

1. Ethereum में ऐसी सुविधा

Ethereum एक बहुत बड़ा ब्लॉकचेन है, जिसे लोग स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और डीऐप्स (Decentralized Apps) बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, Ethereum में कोई एक खास "Pi Ad Network" जैसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो सीधे तौर पर विज्ञापनदाताओं, डेवलपर्स, और यूजर्स को जोड़े।

हालांकि, Ethereum पर कई अलग-अलग प्रोजेक्ट्स हैं जो विज्ञापन से जुड़े हैं। उदाहरण के लिए:

AdEx Network: ये एक ऐसा डीऐप है जो Ethereum पर चलता है। ये विज्ञापनदाताओं को यूजर्स तक पहुंचने देता है, और यूजर्स को विज्ञापन देखने के लिए रिवॉर्ड मिलते हैं। ये थोड़ा Pi Ad Network जैसा है, लेकिन ये ज्यादा टेक्निकल है और सीधे Ethereum का हिस्सा नहीं है।

Brave Browser: ये Ethereum ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करके यूजर्स को विज्ञापन देखने के लिए BAT (Basic Attention Token) देता है। ये भी Pi Ad Network से मिलता-जुलता है, क्योंकि यूजर्स को फायदा होता है।

अंतर: Ethereum में कोई एक सेंट्रल "Ad Network" नहीं है जो Pi Network की तरह सबको जोड़े। इसके बजाय, अलग-अलग प्रोजेक्ट्स अपने तरीके से विज्ञापन का काम करते हैं।

उदाहरण: मान लो तुम्हारे स्कूल में कोई एक दुकान नहीं है जो सबको खाना देती हो। लेकिन कई छोटी-छोटी दुकानें हैं जो अलग-अलग चीजें बेचती हैं। Ethereum ऐसा ही है—कई प्रोजेक्ट्स, लेकिन कोई एक Pi Ad Network जैसा सिस्टम नहीं।

2. Solana में ऐसी सुविधा

Solana एक तेज और सस्ता ब्लॉकचेन है, जो गेम्स, एनएफटी, और डीऐप्स के लिए मशहूर है। लेकिन Solana में भी कोई सीधा "Pi Ad Network" जैसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो विज्ञापनदाताओं और यूजर्स को जोड़े।

हालांकि, Solana पर कुछ प्रोजेक्ट्स हैं जो विज्ञापन या मार्केटिंग से जुड़े हो सकते हैं:

Serum: ये एक डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज है, लेकिन इसका इस्तेमाल कभी-कभी प्रोजेक्ट्स अपने प्रचार के लिए करते हैं। ये Pi Ad Network जैसा नहीं है, क्योंकि ये ज्यादा ट्रेडिंग के लिए है।

Raydium: ये भी एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, और कुछ प्रोजेक्ट्स यहाँ अपने टोकन का प्रचार करते हैं। लेकिन ये यूजर्स को रिवॉर्ड देने वाला विज्ञापन सिस्टम नहीं है।

अंतर: Solana का फोकस तेजी और स्केलेबिलिटी पर है, न कि विज्ञापन नेटवर्क बनाने पर। Pi Ad Network की तरह कोई एक खास सुविधा Solana पर नहीं है।

उदाहरण: मान लो तुम एक बहुत तेज रेसिंग गेम खेल रहे हो। वो गेम बहुत मजेदार है, लेकिन उसमें कोई दुकान नहीं है जो तुम्हें विज्ञापन दिखाकर सिक्के दे। Solana ऐसा ही है—तेज और मजेदार, लेकिन Pi Ad Network जैसा कुछ नहीं।

3. TON (The Open Network) में ऐसी सुविधा

TON ब्लॉकचेन Telegram से जुड़ा हुआ है, और ये गेम्स, ऐप्स, और पेमेंट्स के लिए बनाया गया है। TON में भी कोई बिल्कुल "Pi Ad Network" जैसा प्लेटफॉर्म नहीं है, लेकिन इसका सिस्टम कुछ हद तक विज्ञापन और यूजर इंगेजमेंट को सपोर्ट करता है।

Telegram Ads: TON सीधे Telegram से जुड़ा है, और Telegram का अपना विज्ञापन प्लेटफॉर्म है। ये विज्ञापनदाताओं को Telegram चैनल्स और ग्रुप्स में प्रचार करने देता है। यूजर्स को रिवॉर्ड नहीं मिलते, लेकिन डेवलपर्स अपने प्रोजेक्ट्स का प्रचार कर सकते हैं।

Mini Apps: TON पर Telegram के अंदर छोटे-छोटे ऐप्स बनाए जा सकते हैं, जैसे गेम्स या शॉपिंग ऐप्स। डेवलपर्स इनके जरिए यूजर्स को जोड़ सकते हैं और प्रचार कर सकते हैं। ये Pi Ad Network से थोड़ा अलग है, क्योंकि फोकस गेमिंग और इंगेजमेंट पर ज्यादा है।

अंतर: TON का विज्ञापन सिस्टम Telegram पर आधारित है, और ये Pi Ad Network की तरह यूजर्स को रिवॉर्ड देने वाला नहीं है। लेकिन ये डेवलपर्स और विज्ञापनदाताओं को यूजर्स तक पहुंचने का मौका देता है।

उदाहरण: मान लो तुम WhatsApp पर एक ग्रुप में हो, और कोई दुकान वाला वहाँ अपनी चीजों का प्रचार करता है। TON ऐसा ही है—Telegram के जरिए प्रचार होता है, लेकिन Pi Ad Network की तरह सबको सिक्के नहीं मिलते।

इन सब में क्या अंतर है?

Pi Ad Network एक खास सुविधा है जो Pi Network का हिस्सा है। ये विज्ञापनदाताओं, डेवलपर्स, और यूजर्स को एक साथ जोड़ता है, और यूजर्स को रिवॉर्ड देता है।

Ethereum पर कई प्रोजेक्ट्स (जैसे AdEx या Brave) विज्ञापन से जुड़े हैं, लेकिन कोई एक सेंट्रल नेटवर्क नहीं है।

Solana का फोकस तेजी और गेमिंग पर है, और वहाँ Pi Ad Network जैसा कुछ नहीं है।

TON Telegram के जरिए विज्ञापन और ऐप्स को बढ़ावा देता है, लेकिन यूजर्स को रिवॉर्ड देने का सिस्टम Pi जैसा नहीं है।

तुम्हारे लिए क्या मतलब?

Pi Ad Network खास है क्योंकि ये यूजर्स को सीधे फायदा देता है। बाकी ब्लॉकचेन में भी विज्ञापन से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं, लेकिन वो Pi जितने आसान और यूजर-फ्रेंडली नहीं हैं। ये ऐसा है जैसे Pi तुम्हें गेम खेलने और प्रचार देखने के लिए सिक्के देता है, लेकिन बाकी गेम्स में तुम्हें सिर्फ खेलने का मजा मिलता है, सिक्के नहीं।

चलिए फिर से इनमें से कुछ बात आसान शब्दों में समझते हैं। 

Brave Browser

जिस प्रकार पाई ब्राउजर है उसी प्रकार इंटरनेट की वेब3 सिस्टम में ब्रेव ब्राउजर है। इंटरनेट की वेब2 सिस्टम में गूगल क्रोम ब्राउजर है।  क्रोम में आपका लॉगिन होने से आप जो भी सर्च करते हैं, जो प्रोडक्ट देखते हैं उसका पता गूगल को रहता है। परंतु Brave Browser एक खास ब्राउजर है जो प्राइवेसी पर फोकस करता है और विज्ञापनों को ब्लॉक करता है। तो एड नेटवर्क कैसे हुआ ? यहाँ युसर अगर एडस देखने का ऑप्शन चुनते हैं तो उन्हें ब्रेव ब्राउजर का BAT टोकन मिलता है। Brave Private Ads network एक Rewards प्रोग्राम है जिसमे एड्स देखने के लिए BAT टोकन्स मिलते हैं। एक BAT का भाव ०.1 डॉलर है। ये ब्लॉकचेनस पर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट से BAT टोकन बनाया है। इस प्रकार ब्रेव ब्राउजर भी इथेरियम का हिस्सा नहीं है अपितु अलग से ओपन सोर्स ब्राउजर है। पाई के साथ तुलना करते हैं।  ब्रेव Brave सिर्फ एक ब्राउजर है। उसके बेट टोकन्स सिर्फ ब्राउजर में चलेंगे। ब्रेव में ऐप डेवेलपर्स को कोई फायदा नहीं होगा। पाई नेटवर्क में पाई ब्राउजर, पाई वॉलेट और पाई एड नेटवर्क तीनों एक जगह पर है। पाई एड नेटवर्क से डेवेलपर्स को पाई मिलेंगे और पायोनियरों को पाई ब्राउजर का उपयोग करने के यूटिलिटी रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे जिससे पाई बनने का रेट बढ़ेगा। इधर पाई कोइन पाई की पूरी इकोसिस्टम में चलेंगे न की सिर्फ ब्राउजर में सिमित रहेंगे।  ब्राउजर के नजरिये से देखें तो ब्रेव ब्राउजर में पाई ब्राउजर से ज्यादा फीचर्स है जो उसकी वेबसाइट पर एक्सप्लोर कर सकते हैं। https://brave.com/

अब देखते हैं क्या सोलाना में ऐसी कोई सुविधा है ? देखिए सोलाना एक फ़ास्ट और सस्ता ब्लॉकचेन है जो गेम्स, एनएफटी, और डीऐप्स के लिए मशहूर है। लेकिन Solana में भी "Pi Ad Network" जैसी कोई स्पेशियल चीज नहीं बनी है जो एडवर्टाइज़र्स कंपनियों को और यूजर्स को कनेक्ट करें। हाँ सोलाना के डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज Serum का उपयोग कभी-कभी प्रोजेक्ट्स अपने प्रचार के लिए करते हैं। और Raydium जैसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर कुछ प्रोजेक्ट्स अपने टोकन का प्रचार करते हैं। लेकिन उससे यूजर्स को रिवॉर्ड नहीं मिलता। तो Pi Ad Network की तरह कोई एक खास विज्ञापन देने वाली सुविधा Solana पर नहीं है।  

तुम जानना चाहते हो कि क्या Binance Smart Chain (BSC), XRPL (Ripple का ब्लॉकचेन), और Brave Browser में भी ऐसी ही कोई दुकान या सुविधा है। 

Pi Network में "Pi Ad Network" ये ऐसा है जैसे तुम्हारे गेम में कोई कहे, "मेरी दुकान का प्रचार करो, और मैं तुम्हें सिक्के दूंगा।" अब देखते हैं कि BSC, XRPL, और Brave Browser में ऐसा कुछ है या नहीं।

1. Binance Smart Chain (BSC) में ऐसी सुविधा

Binance Smart Chain एक तेज और सस्ता ब्लॉकचेन है, जिसका इस्तेमाल लोग डीऐप्स (जैसे गेम्स, ट्रेडिंग ऐप्स) बनाने के लिए करते हैं। लेकिन BSC में कोई एक खास "Pi Ad Network" जैसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो सीधे विज्ञापनदाताओं, डेवलपर्स, और यूजर्स को एक साथ जोड़े।

हालांकि, BSC पर कुछ प्रोजेक्ट्स हैं जो विज्ञापन या मार्केटिंग से जुड़े हो सकते हैं:

PancakeSwap या BakerySwap: ये ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं, जहाँ प्रोजेक्ट्स अपने टोकन का प्रचार करते हैं। लेकिन ये Pi Ad Network जैसा नहीं है, क्योंकि ये यूजर्स को विज्ञापन देखने के लिए रिवॉर्ड नहीं देते।

Binance Smart Chain (BSC) 

बिनांस स्मार्ट चेन का उपयोग लोग गेम्स और क्रिप्टो की ट्रेडिंग ऐप्स बनाने के लिए करते हैं। डेवलपर्स का फायदा ये है की डेवलपर्स को कम फीस में ऐप्स बनाने का मौका मिलता है। डेवेलपर्स ट्रेडिंग फीस या गेम के रिवॉर्ड्स के जरिए, अपने डीऐप्स से BNB में कमाई कर सकते हैं। Binance भी अपने प्लेटफॉर्म को और बेहतर करने के लिए फंडिंग देता है। इससे पुरे बीएनबी प्रोजेक्ट को फायदा होता है।  Pi Ad Network से तुलना करें तो बिनान्स स्मार्ट चेन में Pi Ad Network जैसा अपना स्पेशियल प्लेटफॉर्म नहीं है जो कंपनियों को और युसर को कनेक्ट करता हो। BSC का फोकस डीऐप्स और ट्रेडिंग पर है, न कि विज्ञापन नेटवर्क पर। Pi Ad Network की तरह बिनांस में कोई एक सेंट्रल सिस्टम नहीं है जो सबको रिवॉर्ड दे। लेकिन BNB Chain पहले से मार्केट में मजबूत है, जबकि Pi अभी शुरुआती स्टेज में है।

https://www.blockchain-ads.com/  एक वेबसाइट है Blockchain-Ads, ये एक अलग प्रोजेक्ट है जो BSC सहित कई ब्लॉकचेन पर काम करता है। ये एडवर्टाइज़र्स को यूजर्स तक पहुंचने देता है, लेकिन ये बिनांस चेन का अपना हिस्सा नहीं है, और Pi Ad Network की तरह यूजर्स को सीधे रिवॉर्ड नहीं देता।

अंतर: BSC का फोकस डीऐप्स और ट्रेडिंग पर है, न कि विज्ञापन नेटवर्क पर। Pi Ad Network की तरह कोई एक सेंट्रल सिस्टम नहीं है जो सबको रिवॉर्ड दे।

उदाहरण: मान लो तुम्हारे गेम में एक मार्केट है जहाँ लोग सामान खरीद-बेच सकते हैं, लेकिन कोई दुकान नहीं है जो तुम्हें प्रचार के लिए सिक्के दे। BSC ऐसा ही है—मार्केट तो है, लेकिन Pi Ad Network जैसा कुछ नहीं।

अब तक हमने इथेरियम, सोलाना और बिनांस ब्लॉकचेन की बात की। अब फटाफट दो और मशहूर ब्लॉकचेन को एक्सप्लोर करते हैं। 

XRPL यानी XRP Ledger, Ripple कंपनी का ब्लॉकचेन है, जो फ़ास्ट पेमेंट्स और क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजैक्शंस के लिए मशहूर है। लेकिन XRPL में भी कोई "Pi Ad Network" जैसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो एडवर्टाइज़र्स कम्पनियो को, डेवलपर्स को, और यूजर्स को - एक साथ कनेक्ट करें। 

XRPL का फोकस सिर्फ पैसों के लेन-देन पर है, न कि विज्ञापन पर। इसमें कुछ डीऐप्स XRPL पर बन रहे हैं, लेकिन विज्ञापन से जुड़ा कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं है। तो XRPL में Pi Ad Network की तरह यूजर्स को रिवॉर्ड देने का या विज्ञापन दिखाने का कोई सिस्टम अभी नहीं है। और लगता नहीं की भविष्य में होगा। 

अंतर: XRPL विज्ञापन नेटवर्क बनाने के लिए नहीं है। Pi Ad Network की तरह यूजर्स को रिवॉर्ड देने या विज्ञापन दिखाने का कोई सिस्टम यहाँ नहीं है।

उदाहरण: मान लो तुम्हारा गेम सिर्फ पैसे भेजने और लेने के लिए है, लेकिन उसमें कोई प्रचार की दुकान नहीं है। XRPL ऐसा ही है—पेमेंट्स के लिए शानदार, लेकिन विज्ञापन के लिए नहीं।


The Open Network टोन की बात करते हैं। TON ब्लॉकचेन Telegram से जुड़ा हुआ है। टेलीग्राम में लोगों के चेनल्स, ग्रुप्स, और मिनी ऐप्स होते हैं। जिसमें Telegram Ads के जरिये कंपनियां विज्ञापन देती है। ये डेवलपर्स और एडवर्टाइज़र्स को यूजर्स तक पहुंचाता है। टेलीग्राम में चैनल वालों को एड्स दिखाने के बदले में टोन कोइन मिलते हैं। लेकिन एड देखने वाले युसर को कुछ नहीं मिलता। 

यानि TON ब्लॉकचेन का एड नेटवर्क Telegram पर आधारित है, ये Pi Ad Network की तरह यूजर्स को रिवॉर्ड देने वाला नहीं है। यूँ कहो, TON जो हे वो Telegram के जरिए विज्ञापन और ऐप्स को बढ़ावा देता है, लेकिन इसमें Pi जैसा यूजर्स को रिवॉर्ड देने का सिस्टम नहीं है। 

ये सब ब्लॉकचेन में तो देख लिया की पाई एड नेटवर्क जैसा कोई सिस्टम अभी तक नहीं बना है। इसके अलावा ऐसा कोई है जो वेब 3 में पाई एड्स को टककर दे सकें ? 

हाँ है, Adshares नाम की एक अलग ब्लॉकचेन है, जो खास तौर पर विज्ञापन टेक्नोलॉजी के लिए बनाई गई है। इसका फोकस, एक बड़ा डीसेंट्रलाइज्ड विज्ञापन नेटवर्क बनाना है जो सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करें। ये कंपनियों को और पब्लिशर्स को बिना किसी बिचौलिए के सीधे जोड़ता है। इसका खुदका ADS कॉइन है जो सभी वेबसाइटस, मेटावर्स, गेम्स, वर्चुअल रिआलिटी जैसे सभी प्रकार के प्लेटफॉर्म पर एड्स देने के लिए काम में आता है। Pi Ad Network तो सिर्फ Pi Network की इकोसिस्टम और पायोनियर्स के लिए है। परन्तु Adshares पुरे डिजिटल डिजिटल वर्ल्ड के लिए ओपन है। Adshares में पब्लिशर्स और ADS कॉइन होल्डर्स को फायदा होता है , मतलब स्टेकिंग से रिवॉर्ड मिलते हैं। एड्स देखने वाले युसर को कुछ नहीं मिलता। Adshares पूरी विज्ञापन इंडस्ट्री को डीसेंट्रलाइज्ड बनाना चाहता है। ये उसकी वेबसाइट है इसको भी टाइम निकाल कर शांति से एक्सप्लोर कर सकते हैं।  https://adshares.net/

AdEx, Adshares, और Pi Ad Network तीन अलग-अलग तरीके से विज्ञापन दिखाने का काम करते हैं। Adshares क्या है? क्या है? Adshares एक अलग ब्लॉकचेन है, जो पूरी तरह विज्ञापन (AdTech) के लिए बनाया गया है। कैसे काम करता है? ये विज्ञापनदाताओं को पब्लिशर्स (वेबसाइट, गेम्स, मेटावर्स) से जोड़ता है, बिना किसी बिचौलिए के। इसका ADS कॉइन हर तरह के डिजिटल विज्ञापन (वेब, गेम्स, AR/VR) के लिए काम करता है। खासियत: ये बहुत बड़ा और तेज है (1.4 मिलियन ट्रांजैक्शन प्रति सेकंड)। ये किसी एक इकोसिस्टम तक सीमित नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के विज्ञापन मार्केट के लिए है। उदाहरण: जैसे एक बड़ा शॉपिंग मॉल, जहाँ कोई भी (वेबसाइट, गेम) विज्ञापन दिखा सकता है। AdEx क्या है? क्या है? AdEx एक डीसेंट्रलाइज्ड विज्ञापन प्लेटफॉर्म है, जो Ethereum ब्लॉकचेन पर चलता है। कैसे काम करता है? ये विज्ञापनदाताओं और पब्लिशर्स (वेबसाइट, ऐप्स) को जोड़ता है। इसका ADX टोकन स्टेकिंग, पेमेंट, और गवर्नेंस के लिए इस्तेमाल होता है। यूजर्स विज्ञापन देखने का विकल्प चुन सकते हैं, और पब्लिशर्स को DAI (स्थिर कॉइन) में पेमेंट मिलता है।

खासियत: Ethereum के स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का इस्तेमाल करता है, जो विज्ञापन को ट्रैक करने और धोखाधड़ी रोकने में मदद करता है। ये पारदर्शिता और यूजर प्राइवेसी पर फोकस करता है। उदाहरण: जैसे एक स्मार्ट दुकान, जो Ethereum की मदद से विज्ञापन दिखाती है और सुनिश्चित करती है कि कोई धोखा न हो। इनमें क्या अंतर है?

KYC क्या है?

KYC (Know Your Customer) एक प्रक्रिया है जिसमें यूजर्स की पहचान (नाम, उम्र, पता) चेक की जाती है। इससे पता चलता है कि यूजर असली है, और उनकी उम्र, लोकेशन, और रुचियों के आधार पर विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं।

इन तीनों में KYC और एनालिटिक्स की स्थिति

1. Pi Ad Network

KYC वेरिफाइड यूजर्स: हाँ, Pi Network में KYC जरूरी है। 2024 तक 10 मिलियन यूजर्स ने KYC पूरा किया था, और 15 मिलियन का लक्ष्य है।

एनालिटिक्स: Pi Ad Network अपने यूजर्स की उम्र, लोकेशन, और रुचियों के आधार पर विज्ञापन एनालिटिक्स दे सकता है, क्योंकि KYC से उनके पास यूजर्स का डेटा (जैसे उम्र, देश) होता है। ये डेटा विज्ञापनदाताओं को यह समझने में मदद करता है कि कौन से विज्ञापन किस ग्रुप को दिखाने चाहिए।

खासियत: Pi का सिस्टम सिर्फ Pi इकोसिस्टम (ऐप्स, गेम्स) के लिए है, तो एनालिटिक्स भी Pi यूजर्स तक सीमित हैं। ये मोबाइल-फ्रेंडली है और यूजर्स को रिवॉर्ड देता है।

उदाहरण: जैसे तुम्हारे स्कूल में सिर्फ तुम्हारे दोस्तों की जानकारी लेकर उनके लिए खास विज्ञापन बनाए जाएँ।

2. Adshares

KYC वेरिफाइड यूजर्स: Adshares में KYC की सख्त जरूरत नहीं है। ये एक ओपन ब्लॉकचेन है, जो विज्ञापनदाताओं और पब्लिशर्स (वेबसाइट, गेम्स) को जोड़ता है। यूजर्स या पब्लिशर्स को KYC की जरूरत तभी पड़ती है, अगर कोई खास प्लेटफॉर्म या देश के नियम इसे माँगें।

एनालिटिक्स: Adshares लोकेशन और रुचि के आधार पर एनालिटिक्स दे सकता है, लेकिन उम्र या KYC-आधारित डेटा आमतौर पर उपलब्ध नहीं होता, क्योंकि ये यूजर्स की पहचान पर फोकस नहीं करता। ये ज्यादा तकनीकी डेटा (जैसे क्लिक, इंप्रेशन) देता है।

खासियत: Adshares का नेटवर्क बहुत बड़ा है (वेब, मेटावर्स, गेम्स), लेकिन KYC की कमी की वजह से उम्र-आधारित टारगेटिंग सीमित हो सकती है।

उदाहरण: जैसे एक बड़ा मॉल, जहाँ कोई भी विज्ञापन दिखा सकता है, लेकिन ये नहीं जानता कि देखने वाला कितना बड़ा है।


3. AdEx

KYC वेरिफाइड यूजर्स: AdEx में KYC आमतौर पर जरूरी नहीं है, क्योंकि ये एक डीसेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म है जो प्राइवेसी पर फोकस करता है। कुछ विज्ञापनदाता या पब्लिशर्स को स्थानीय नियमों के आधार पर KYC करना पड़ सकता है, लेकिन ये स्टैंडर्ड नहीं है।

एनालिटिक्स: AdEx उम्र, लोकेशन, और रुचि के आधार पर एनालिटिक्स देता है, लेकिन ये KYC डेटा की बजाय AI और ZK टारगेटिंग (Zero-Knowledge टेक्नोलॉजी) का इस्तेमाल करता है। यूजर्स अपनी रुचियों का चयन कर सकते हैं, और AdEx का AI विज्ञापनों को ऑप्टिमाइज करता है।

खासियत: AdEx पारदर्शिता और धोखाधड़ी रोकने पर फोकस करता है। ये Ethereum पर चलता है, और यूजर प्राइवेसी को बनाए रखते हुए टारगेटिंग करता है।

उदाहरण: जैसे एक स्मार्ट दुकान, जो तुम्हारी पसंद के आधार पर विज्ञापन दिखाती है, बिना तुम्हारा पूरा डेटा लिए।

अब सबसे महत्वपूर्ण पार्ट शुरू होता है। थक गए हैं तो पोस करके एक ब्रेक ले लीजिए। और नहीं थके हैं तो आगे बढ़ते हैं।  हाँ भाई, पाई में वो ख़ास चीज क्या है ? कौनसा ऐसा स्पेशियल फीचर है जिससे पाई इन सब से अलग है। और उस चीज से भविष्य में क्या फर्क पड़ेगा, आइए वो जानते हैं। मित्रों, पाई नेटवर्क में KYC है। इससे क्या फायदा होगा ? पाई एड नेटवर्क में एनालिसिस बहुत अच्छा होगा। 

KYC से ये सुनिश्चित होता है कि सभी यूजर्स असली, जिंदा इंसान हैं, न कि बॉट्स या फेक अकाउंट्स। दूसरे प्रोजेक्ट्स में KYC नहीं है। कोई भी व्यक्ति पांच दस वॉलेट बनाकर उनके नेटवर्क को यूज कर सकता है। इससे यूजर्स की संख्या तो ज्यादा दिखती है, लेकिन फेक अकाउंट्स , डुप्लीकेट अकाउंट्स और बॉट्स का खतरा रहता है। कुछ DeFi प्रोजेक्ट्स में बॉट्स जो हे वो ट्रांजैक्शंस करके सिस्टम को मैनिपुलेट कर सकते हैं।  Brave ब्राउजर का यूजर बेस पूरी तरह वेरिफाइड नहीं है, जिससे कंपनियों को , advertisers को , विज्ञापन दिखाने के लिए सही ऑडियंस टारगेट करने में दिक्कत हो सकती है। पाई की इकोसिस्टम में कॉम्यूनिटी डेवलपर्स को भी भरोसा होता है कि उनके ऐप्स असली और वेरिफाइड यूजर्स यूज करेंगे। KYC से उधर Advertisers कंपनियों को भी Pi Ad Network में भरोसा होगा, क्योंकि वो जानते हैं कि ads असली लोगों तक पहुँच रही है, न कि बॉट्स तक। ये भी भरोसा होगा की, वन परसन वन अकॉउंट वाले वेरिफाइड जिन्दा इंसान ही एड्स को देख रहे हैं। इससे ज्यादा कंपनियां Pi में ads देना चाहेंगी, जिससे Pi की डिमांड और कीमत बढ़ेगी। 

पाई नेटवर्क में पाई फेस्ट जैसी इवेंट का आयोजन होता है जिससे मेप ऑफ़ पाई जैसी ऐप का उपयोग करने के लिए प्रमोशन किया जाता है। इस प्रकार पाई ब्राउजर पुरे इकोसिस्टम को सपोर्ट करता है , लेकिन  Brave ब्राउजर का मॉडल सिर्फ ads पर फोकस है उसमें ऐसी कोई इवेंट नहीं होती। उम्मीद है आप समज रहे हैं।  आगे बढ़ते हैं, सरकारें और रेगुलेटर्स क्रिप्टो में KYC वाले क्रिप्टो को ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि ये मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड रोकता है। Pi में KYC फीचर की वजह से क़ानूनी मुश्किलें नहीं आएगी। जबकि दूसरे क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स को कई देशों में रेगुलेशन की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। Ethereum, Solana, टोन, बीएनबी जैसी ब्लॉकचेन पर फेक यूजर्स की वजह से उस पर बने कुछ मीम टोकन्स, प्ले टु अर्न वाले गेम प्रोजेक्ट, एक स्कैम बन जाते हैं। पाई में ऐसी संभावना बहुत कम है। लॉन्ग-टर्म वैल्यू की बात करें तो  KYC की वजह से Pi का नेटवर्क ज्यादा स्टेबल और स्केलेबल हो सकता है। अगर भविष्य में Pi को बैंकों या पेमेंट सिस्टम्स के साथ इंटीग्रेट करना हो, तो KYC रेडी ब्लॉकचेन है। जहाँ असली युसरस को उनकी ऐज, जेंडर, लोकेशन, और इंटरेस्ट के आधार पर विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं। इससे एड्स देने के बाद उसका रिज़ल्ट जानने के लिए आंकड़े मिल सकते हैं। मतलब एड्स के एनालिसिस की बात करें तो। Pi Ad Network विज्ञापन एनालिटिक्स दे सकता है जिससे कंपनियों को ये समझ में आता है कि किस ग्रुप को विज्ञापन दिखाने चाहिए। अगर कंपनियों को KYC-आधारित उम्र, लोकेशन, और रुचि के सटीक एनालिटिक्स चाहिए, तो Pi Ad Network सबसे अच्छा है। Adshares और AdEx बिना KYC के काम करते हैं, इसलिए उनकी एनालिटिक्स AI और तकनीकी डेटा पर ज्यादा निर्भर हैं।

तो KYC और Pi Browser के कॉम्बिनेशन से एक भरोसेमंद ad मॉडल बनता है जो पाई के लिए मार्केट में यूनिक पोजीशन बनाता है। अगर Pi Ad Network और इकोसिस्टम सही से बढ़ता है, तो ये Ethereum, Solana जैसे प्रोजेक्ट्स को टक्कर दे सकता है, खासकर ads और मास अडॉप्शन में। लेकिन इसके लिए Pi को तेजी से डेवलपमेंट करना होगा और Brave जैसे ब्राउजर से बेहतर काम करना होगा, वरना यूजर्स शिफ्ट हो सकते हैं। 

अब ये सब जानने की जरुरत क्यों है? 

हे पायोनियरों, इंटरनेट की वेब3 दुनिया में सबकुछ बिखरा पड़ा है। यानि, ब्लॉकचेन में क्रिप्टोकोइन, वॉलेट, kyc, ब्राउजर, एड नेटवर्क, nft, Defi, सोशल मीडिया, मार्किटप्लेस के साथ पूरी इकोसिस्टम सबकुछ बिखरा पड़ा है । दूसरी ब्लॉकचेन में कुछ न कुछ कमियां है, खामियां है, अपूर्ण है। पाई की टीम ब्लॉकचेन के लिए जरुरी सभी सुविधाओं पर चीज सोच विचार करके, , पाई नेटवर्क में उनको एक ही जगह पर उपलब्ध करवाने के लिए पहले से आयोजन पूर्वक बनाती है।  यूँ कहो पाई को संपूर्ण, सर्वांगसुंदर ब्लॉकचेन बनाना चाहती है। तो भाई, अगर आप पाई के पायोनियर हैं तो पाई के डेवलपमेंट की सही जानकारी लेना उचित रहेगा। ये सब के बारे में आपको पता रहना चाहिए ताकि पाई का योग्य समय आने पर योग्य तरीके से सौदा कर सकें। और अगर आप नॉन पायोनियर हैं तो भी क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने से पहले उसकी जानकारी लेना आवश्यक इसलिए है की आपको नुकसान न हों। वो क्या है, डिजिटल हो या नॉन डिजिटल। सम्पत्ति बढ़ती रहनी चाहिए, है न ? कुछ लोगों के पास गाड़ी बंगला जमीन, जायदाद, सोना चांदी नहीं है, परन्तु पाई है। एक व्यूअर ने कॉमेंट किया था , पाई बिना प्रीमियम की जीवन बिमा पॉलिसी जैसी है। बिना पैसों के इन्वेस्टमेंट वाली ये पॉलिसी जब मेच्योर होगी तो छप्पर फाड् कर धन संपत्ति बरसाएगी। तो डिजिटल संपत्ति बनाने के लिए नया नया जानते रहें और प्रसन्न रहें। मेटा मित्र से जुड़े रहें। 

 

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